Friday, May 9, 2025
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भारत का पासपोर्ट फिसला 148वें स्थान पर: नोमैड कैपिटलिस्ट पासपोर्ट इंडेक्स 2025 रिपोर्ट

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अप्रैल 2025
नोमैड कैपिटलिस्ट पासपोर्ट इंडेक्स 2025 ने भारत के लिए एक चिंता का संकेत दिया है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत का पासपोर्ट वैश्विक स्तर पर 148वें स्थान पर आ गया है। यह गिरावट अंतरराष्ट्रीय यात्राओं, नागरिक स्वतंत्रता और वैश्विक प्रतिष्ठा के संदर्भ में भारत की चुनौतियों को उजागर करती है।

🌍 टॉप 10 सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट (Nomad Capitalist Index 2025 के अनुसार)

स्थानदेशस्कोर
1आयरलैंड109
2स्विट्ज़रलैंड108.5
2ग्रीस108.5
4पुर्तगाल108
4माल्टा108
6इटली107.5
7स्पेन107
8फिनलैंड106.5
9जर्मनी106
10ऑस्ट्रेलिया105.5

मुख्य विशेषताएँ: इन देशों के पासपोर्ट धारक उच्च व्यक्तिगत स्वतंत्रता, टैक्स लाभ, और मजबूत वैश्विक प्रतिष्ठा का आनंद लेते हैं।

🌐 अंतिम 10 देशों के पासपोर्ट (सबसे कम रैंकिंग वाले)

स्थानदेशस्कोर
190सीरिया27
191अफगानिस्तान26.5
192इराक26
193सोमालिया25.5
194यमन25
195पाकिस्तान24.5
196फिलिस्तीन24
197दक्षिण सूडान23.5
198लीबिया23
199सूडान22.5

मुख्य समस्या: युद्धग्रस्त और राजनीतिक अस्थिरता वाले देशों के नागरिकों को दुनिया में बेहद सीमित गतिशीलता मिलती है।

भारत की गिरावट: कारण

  1. सीमित वीजा-मुक्त यात्रा:
    भारतीय पासपोर्ट से केवल 57 देशों में बिना वीजा या वीजा-ऑन-अराइवल के यात्रा संभव है, जो अन्य एशियाई देशों की तुलना में कम है।
  2. नागरिक स्वतंत्रता में सीमाएं:
    डेटा प्राइवेसी, प्रेस की आजादी और व्यक्तिगत अधिकारों पर अंकुश भारत के वैश्विक इमेज को प्रभावित कर रहे हैं।
  3. वैश्विक प्रतिष्ठा में गिरावट:
    कुछ अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स और विदेश नीतियों की वजह से भारत की वैश्विक साख को नुकसान हुआ है।
  4. डुअल सिटिजनशिप की अनुमति नहीं:
    भारत में डुअल सिटिजनशिप (दोहरी नागरिकता) की अनुमति नहीं है, जबकि कई अन्य देश अपने नागरिकों को यह सुविधा प्रदान करते हैं।

🛠️ भारत के लिए समाधान

  1. अधिक वीजा समझौते:
    भारत को और अधिक देशों के साथ वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल समझौते करने चाहिए।
  2. नागरिक स्वतंत्रता को सशक्त बनाना:
    प्रेस की स्वतंत्रता, व्यक्तिगत अधिकारों और डेटा सुरक्षा को मजबूत कर वैश्विक छवि बेहतर बनाई जा सकती है।
  3. विदेश नीति में संतुलन:
    एक उदार और सहयोगी विदेश नीति भारत के वैश्विक संबंधों को मजबूती प्रदान कर सकती है।
  4. डुअल सिटिजनशिप पर पुनर्विचार:
    ओवरसीज इंडियन कम्युनिटी (NRI) को आकर्षित करने के लिए डुअल सिटिजनशिप जैसे कदम उठाए जा सकते हैं।

नोमैड कैपिटलिस्ट पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में भारत का 148वां स्थान इस बात का संकेत है कि दुनिया में भारतीय पासपोर्ट धारकों की यात्रा स्वतंत्रता अभी भी सीमित है। सरकार और नीति-निर्माताओं के लिए यह एक मौका है कि वे रणनीतिक सुधारों के जरिये भारत के पासपोर्ट को मजबूत बनाएं और भारतीय नागरिकों को वैश्विक मंच पर बेहतर सुविधा प्रदान करें।

Sources:

  • Nomad Capitalist Passport Index 2025

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