भारत में गर्मियों का मौसम कई हिस्सों में बहुत ही तीव्र और असहनीय हो जाता है। जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है, तब हीटवेव यानी लू का खतरा और बढ़ जाता है। ऐसे मौसम में शरीर के तापमान का संतुलन बनाए रखना मुश्किल हो जाता है, जिससे डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक, थकावट और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसमें खानपान, कपड़े, दैनिक आदतें, पेय पदार्थ और बचाव के उपायों को विस्तार से शामिल किया गया है।
1. गर्मियों में शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखना क्यों जरूरी है?
गर्मी के मौसम में हमारा शरीर अधिक पसीना बहाता है, जिससे पानी और लवण की कमी हो जाती है। अगर समय पर इसकी पूर्ति नहीं की गई, तो थकावट, चक्कर, और यहां तक कि बेहोशी की स्थिति भी बन सकती है।
लक्षण जो यह बताते हैं कि आप हीटवेव से प्रभावित हो रहे हैं:
- अत्यधिक पसीना आना या पसीना बिल्कुल बंद हो जाना
- शरीर का तापमान बढ़ना
- तेज सिरदर्द
- उल्टी या मतली
- चक्कर आना
- त्वचा का लाल होना और सूखा लगना
- मांसपेशियों में ऐंठन
ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत छांव या ठंडी जगह में जाकर ठंडा पानी पिएं और डॉक्टर से संपर्क करें।
2. हीटवेव में क्या खाएं और क्या न खाएं
गर्मी में आहार बहुत महत्व रखता है। जो चीज़ें शरीर को गर्म करती हैं, उन्हें कम करें, और वे खाद्य पदार्थ जो शरीर को ठंडा रखते हैं, उनका सेवन बढ़ाएं।
खाने योग्य ठंडक देने वाले खाद्य पदार्थ:
- खीरा और ककड़ी: पानी से भरपूर ये सब्ज़ियां शरीर को ठंडक देती हैं और डिहाइड्रेशन से बचाती हैं।
- तरबूज और खरबूजा: इनमें लगभग 90% पानी होता है। रोजाना खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और प्यास कम लगती है।
- दही और छाछ: ये पाचन में सहायक होते हैं और शरीर के तापमान को नियंत्रित रखते हैं।
- नींबू और पुदीना: नींबू पानी या पुदीना का शरबत पीने से ताजगी मिलती है।
- संतरा और मौसमी: ये विटामिन C से भरपूर होते हैं और शरीर को ठंडक देते हैं।
- गिलोय और बेल का शरबत: आयुर्वेद में इन्हें लू से बचाने वाला माना जाता है।
बचने योग्य चीजें:
- तली-भुनी और भारी चीजें जैसे समोसे, पकौड़े
- ज्यादा मसालेदार भोजन
- कैफीन और शराब – ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं
- बासी खाना – गर्मी में जल्दी खराब हो सकता है
3. गर्मियों में क्या पिएं और क्या नहीं
पिएं:
- पानी: दिनभर में कम से कम 3–4 लीटर पानी पिएं, चाहे प्यास लगे या न लगे।
- नींबू पानी (थोड़ा नमक मिलाकर): इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखता है।
- छाछ या मट्ठा: पाचन के लिए फायदेमंद और शरीर को ठंडा रखता है।
- नारियल पानी: प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट से भरपूर
- फल juices: जैसे तरबूज, आम पना (अमचूर से बना), बेल शरबत
- ग्लूकोज़ और ओआरएस: कमजोरी या थकान लगे तो तुरंत राहत के लिए इस्तेमाल करें।
न पिएं:
- बहुत ठंडे ड्रिंक्स या आइसक्रीम – यह शरीर को तात्कालिक ठंडक देते हैं लेकिन बाद में पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकते हैं
- कैफीनयुक्त पेय जैसे चाय, कॉफी
- शराब – यह शरीर को पानी की कमी की ओर ले जाती है
4. गर्मियों में पहनावे का महत्व
आपके कपड़े आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। गर्मियों में सही कपड़े पहनना लू से बचने का एक सरल और असरदार उपाय है।
क्या पहनें:
- सूट कॉटन और लिनन कपड़े: ये पसीना सोखते हैं और त्वचा को सांस लेने देते हैं।
- ढीले और हल्के रंगों वाले कपड़े: हल्के रंग जैसे सफेद, क्रीम और हल्का नीला सूरज की किरणों को ज्यादा रिफ्लेक्ट करते हैं।
- सिर को ढकने के लिए टोपी या गमछा: बाहर जाते समय सिर को ढक कर रखें।
- सनग्लासेस और छाता: ये आंखों और त्वचा को सूरज की किरणों से बचाते हैं।
क्या न पहनें:
- सिंथेटिक कपड़े – ये पसीना सोखते नहीं और त्वचा को चिपकते हैं
- टाइट कपड़े – शरीर को ठंडा नहीं रख पाते और बेचैनी बढ़ाते हैं
- गहरे रंग के कपड़े – ये गर्मी को अधिक अवशोषित करते हैं
5. दिनचर्या में बदलाव और सावधानियाँ
गर्मी में अपनी दिनचर्या को मौसम के अनुसार ढालना जरूरी है।
महत्वपूर्ण सुझाव:
- दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर न जाएं: यह समय सूरज की किरणों का सबसे तीव्र होता है।
- शारीरिक गतिविधियाँ सुबह या शाम को करें: जैसे वॉकिंग, एक्सरसाइज, योग
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें: ये वर्ग गर्मी के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
- जानवरों और पौधों को नज़रअंदाज़ न करें: उनके लिए भी पानी और छांव की व्यवस्था करें।
- बिजली जाने की स्थिति में वैकल्पिक उपाय रखें: जैसे बैटरी वाले फैन, कूलिंग पैड आदि।
6. घर को ठंडा कैसे रखें
- खिड़कियों पर मोटे पर्दे लगाएं: सूरज की किरणों को अंदर आने से रोकें।
- सुबह और शाम को खिड़कियां खोलें: ताकि ठंडी हवा अंदर आ सके।
- फर्श पर पानी का छिड़काव करें: विशेषकर टाइल्स और सीमेंट वाले घरों में इससे ठंडक मिलती है।
- पानी से भरे टब में पैर डुबोकर बैठें: यह शरीर के तापमान को तेजी से कम करता है।
हीटवेव से बचना पूरी तरह संभव है, अगर हम थोड़ी सावधानी और समझदारी बरतें। गर्मी के इस मौसम में खुद को हाइड्रेटेड रखना, हल्का और संतुलित खाना खाना, ढीले और सूती कपड़े पहनना, और दोपहर की धूप से बचना – ये सभी बातें हमें हीट स्ट्रोक और अन्य समस्याओं से बचा सकती हैं।
याद रखें: सावधानी में ही सुरक्षा है। अपने साथ-साथ अपने परिवार, बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों का भी ध्यान रखें।