Friday, May 9, 2025
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📰 एशिया के अमीरों की सूची में भारतीय परिवारों की धमक, अंबानी से लेकर मिस्त्री तक छाए भारतीय उद्योगपति

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नई दिल्ली, 1 मई 2025 – एशिया के आर्थिक नक्शे पर भारतीय परिवारों की उपस्थिति अब और भी सशक्त हो चुकी है। हाल ही में प्रकाशित ब्लूमबर्ग की एशिया के सबसे अमीर परिवारों की सूची में भारतीय उद्योगपतियों का दबदबा साफ दिखाई दिया है। इस सूची में मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले अंबानी परिवार ने पहला स्थान हासिल किया है, जबकि मिस्त्री, जिंदल, हिंदुजा, बजाज और बिड़ला जैसे प्रतिष्ठित परिवार भी शीर्ष 20 में शामिल हुए हैं।

📊 अंबानी परिवार फिर बने एशिया के सबसे अमीर

रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी के नेतृत्व में अंबानी परिवार की कुल संपत्ति लगभग $90.5 अरब डॉलर (7.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक) आंकी गई है। पेट्रोकेमिकल्स, रिटेल, टेलीकॉम और डिजिटल सेवाओं जैसे विविध क्षेत्रों में विस्तार ने अंबानी साम्राज्य को न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरे एशिया में शीर्ष स्थान दिलाया है।

🏗️ मिस्त्री परिवार: टाटा से जुड़ा मजबूत नाम

मिस्त्री परिवार, जो टाटा संस में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी और शापूरजी पल्लोनजी समूह का स्वामित्व रखता है, इस सूची में चौथे स्थान पर है। इनकी संपत्ति लगभग $37.5 अरब डॉलर मानी गई है। भले ही साइरस मिस्त्री के असामयिक निधन ने पूरे उद्योग जगत को झकझोरा हो, लेकिन उनका पारिवारिक समूह आज भी ताकतवर बना हुआ है।

🔩 जिंदल और बिड़ला समूह भी टॉप 10 में

ओपी जिंदल समूह, जो स्टील और ऊर्जा क्षेत्रों में अग्रणी है, $28.1 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ सातवें स्थान पर है। जिंदल ग्रुप की अगली पीढ़ी भी अब उद्योग का नेतृत्व कर रही है, जिससे उनका साम्राज्य और मजबूत होता जा रहा है।

इसी तरह, बिड़ला समूह – जो वित्तीय सेवा, सीमेंट, रिटेल और टेक्सटाइल में फैला हुआ है – इस सूची में सम्मानजनक स्थान पर है। कुमार मंगलम बिड़ला की अगुवाई में यह समूह भारत के औद्योगिक विकास का एक बड़ा हिस्सा बना हुआ है।

🏦 हिंदुजा और बजाज परिवार: विविध क्षेत्रों की शक्ति

हिंदुजा समूह, जो बैंकिंग, ऊर्जा, ऑटोमोबाइल और हेल्थकेयर सहित कई क्षेत्रों में फैला हुआ है, भी इस सूची में स्थान बना चुका है। वहीं बजाज परिवार, जिसने भारत में ऑटोमोबाइल और फाइनेंस के क्षेत्र में क्रांति लाई है, भी शीर्ष 20 में शामिल है।

🌏 एशिया के अन्य बड़े नामों के बीच भारतीयों की बढ़ती मौजूदगी

हालांकि एशिया के कुछ अन्य देश जैसे चीन, जापान और सिंगापुर के पारंपरिक अमीर परिवार अभी भी सूची में हैं, लेकिन भारत के छह परिवारों का शीर्ष 20 में होना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारत की आर्थिक शक्ति लगातार बढ़ रही है।

🇮🇳 भारत की आर्थिक स्थिति का बदलता परिदृश्य

भारत अब दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। बढ़ता विदेशी निवेश, टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स की बाढ़ और घरेलू उपभोग में तेजी – ये सभी तत्व मिलकर भारतीय परिवारों की दौलत को नई ऊंचाइयों तक पहुँचा रहे हैं।

विश्लेषकों के अनुसार, भारत की अगली पीढ़ी के बिजनेस लीडर्स जैसे आकाश अंबानी, अनंत अंबानी, जयंत सिंघानिया और अन्य अब पारंपरिक व्यापार मॉडल को डिजिटल और वैश्विक बनाने की दिशा में सक्रिय हैं।

📌 विशेषज्ञों की राय

“यह सिर्फ दौलत की बात नहीं है, यह आर्थिक लीडरशिप की बात है,” कहते हैं इंडस्ट्री विश्लेषक डॉ. संदीप मल्होत्रा।
“इन परिवारों की मौजूदगी केवल एक सूची भर नहीं है, यह वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति को दर्शाता है।”ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एशिया की टॉप 20 अमीर पारिवारिक इकाइयों में भारतीयों की संख्या और कुल संपत्ति दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह भारत की आर्थिक विकास यात्रा में एक और मील का पत्थर है। जैसे-जैसे भारत डिजिटलीकरण और वैश्वीकरण की ओर बढ़ रहा है, इन परिवारों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होती जा रही है — सिर्फ दौलत में नहीं, बल्कि नेतृत्व, रोजगार सृजन और वैश्विक प्रतिष्ठा में भी।

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