सीतामढ़ी SIR 2025 अभियान के तहत बिहार के सीतामढ़ी जिले में वोटर लिस्ट अपडेट की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। इस अभियान में नए मतदाताओं का नाम जोड़ना, गलत जानकारी को सुधारना और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं का नाम हटाना शामिल है। चुनाव आयोग ने इस प्रक्रिया को 31 मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
SIR क्या है और क्यों जरूरी है?
SIR (Special Information Register) एक विशेष मतदाता सूची अपडेट अभियान है। इसका उद्देश्य मतदाता सूची को 100% सटीक बनाना है ताकि आगामी चुनावों में किसी भी तरह की गड़बड़ी या डुप्लिकेट एंट्री न रहे। अगर आप सीतामढ़ी जिले के निवासी हैं और अभी तक अपना नाम वोटर लिस्ट में नहीं जोड़ पाए हैं, तो SIR 2025 अभियान आपके लिए सुनहरा अवसर है। जल्द से जल्द ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रक्रिया पूरी करें, ताकि आगामी चुनाव में आपका वोट पक्का हो सके।
- उद्देश्य:
- नए योग्य मतदाताओं को जोड़ना (18 वर्ष या उससे अधिक आयु)
- गलत जानकारियों को सुधारना
- मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाना
- डुप्लिकेट प्रविष्टियों को खत्म करना
- लागू क्षेत्र: भारत के सभी राज्यों में, लेकिन अलग-अलग समय पर चुनाव आयोग की योजना के तहत
- सीतामढ़ी में लागू: 2025 की शुरुआत से, विधानसभा और लोकसभा चुनावों की तैयारी के लिएl
सीतामढ़ी में SIR अभियान 2025: लोकतंत्र के पर्व की तैयारी
लोकतंत्र की असली ताकत उसके मतदाताओं में होती है, और मतदाता सूची का अद्यतन उसी ताकत को सही दिशा देने का काम करता है। बिहार के सीतामढ़ी जिले में इस समय SIR (Special Summary Revision) का अभियान चल रहा है, जो आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए बेहद अहम है। यह सिर्फ एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि नागरिकों के लिए अपने लोकतांत्रिक अधिकार को सुनिश्चित करने का अवसर है।
सीतामढ़ी: पृष्ठभूमि और महत्व
नेपाल की सीमा से सटा सीतामढ़ी जिला धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध है। यह माता सीता की जन्मस्थली होने के कारण धार्मिक पर्यटन का केंद्र है, और साथ ही यहां की मिथिला संस्कृति व कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था इसे बिहार के प्रमुख जिलों में स्थान देती है।
यहां के 17 प्रखंड और 3 अनुमंडल में फैले 2000+ गांवों में लाखों मतदाता हैं, जो राज्य की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
सीतामढ़ी में SIR 2025 की प्रक्रिया
अभियान की शुरुआत
जिला निर्वाचन कार्यालय ने 2025 के SIR अभियान की शुरुआत जनवरी के पहले सप्ताह में की। सभी बीएलओ (Booth Level Officers) को अपने-अपने बूथ क्षेत्र में घर-घर जाकर मतदाता सूची की जांच और अद्यतन करने का निर्देश दिया गया।
दस्तावेज़ और आवेदन प्रक्रिया
नए मतदाताओं को शामिल करने के लिए फॉर्म-6, नाम सुधार के लिए फॉर्म-8 और नाम हटाने के लिए फॉर्म-7 का उपयोग किया गया।
आवेदन के साथ जन्म तिथि प्रमाण (जैसे आधार, जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड) और पता प्रमाण (जैसे राशन कार्ड, बिजली बिल) अनिवार्य रखा गया।
तकनीक और डिजिटल पहल
सीतामढ़ी प्रशासन ने SIR अभियान को डिजिटल रूप से भी आगे बढ़ाया।
- NVSP (National Voter Service Portal) और Voter Helpline App के जरिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा दी गई।
- व्हाट्सएप ग्रुप और सोशल मीडिया पर SIR से संबंधित अपडेट प्रसारित किए गए।
- हर प्रखंड में हेल्प डेस्क स्थापित किए गए।
चुनौतियाँ और समाधान
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र
सीतामढ़ी के कुछ उत्तरवर्ती इलाकों में बागमती नदी के किनारे बसे गांव अक्सर बाढ़ से प्रभावित होते हैं। इन क्षेत्रों में बीएलओ के लिए घर-घर पहुंचना कठिन था।
समाधान: प्रशासन ने नाव और अस्थायी कैम्प के जरिए वहां SIR प्रक्रिया को सुचारु रखा।
सीमा क्षेत्र की समस्या
नेपाल सीमा से सटे गांवों में मतदाता पहचान की समस्या आती है, क्योंकि कई लोग सीमा के दोनों ओर आवागमन करते हैं।
समाधान: स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मिलकर पहचान सत्यापन की प्रक्रिया को सख्त किया।
महत्वपूर्ण ख्याति — SIR क्या है और क्यों है अहम?
24 जून 2025 को चुनाव आयोग ने बिहार में Special Intensive Revision (SIR) शुरू किया — पहला गहन मतदाता सूची अद्यतन कार्य 2003 के बाद। इसमें सभी मतदाताओं से पुराने या नए, फॉर्म भरने और दस्तावेज़ जमा करने की मांग की गई। इसमें सामान्य दस्तावेजों जैसे आधार, वोटर ID, राशन कार्ड को प्रारंभ में मान्य नहीं माना गया, जिससे कई सवाल उठे कि यह प्रक्रिया कई योग्य मतदाताओं को वंचित कर सकती है।
सीतामढ़ी का डेटा — क्या सामने आया?
- जिले में 23,82,171 मतदान फ़ॉर्म जमा किए गए।
- इनमे से 90,698 मृत व्यक्तियों के नाम और 26,006 दोहरी प्रविष्टियाँ (duplicate entries) मिले, जिन्हें ड्राफ्ट सूची से हटाया जाएगा।
- कुल 2,44,962 नामों को हटाने के लिए चिन्हित किया गया।
- अंतिम मतदाता सूची की प्रकाशन तिथि — 30 सितम्बर 2025 निर्धारित की गई है।
स्थानीय प्रशासन की पहल और BLO की लापरवाही
- एक ऑडियो वायरल हुआ जिसमें BLO की लापरवाही — फर्जी हस्ताक्षर और बिना दस्तावेज़ के फॉर्म जमा करने जैसी जानकारी सामने आई। BLO ने दबाव का हवाला दिया।
- जिलाधिकारी रिची पांडेय ने दर्जन BLOs और सेविकाओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की, FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई। मनरेगा परियोजना अधिकारी (PO) भी जांच में हैं।
राजनीतिक और सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया
- कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि ड्राफ्ट लिस्ट में एक वरिष्ठ नेता की मृत पत्नी और बेटे का नाम शामिल है, जो लोकतंत्र की हत्या है। बीजेपी और चुनाव आयोग पर आरोप लगे कि उन्होंने यह लापरवाही जानबूझकर कीl
- सुप्रीम कोर्ट ने 65 लाख हटाए गए मतदाताओं की सूची प्रकाशित करने और आधार को पहचान दस्तावेज़ के रूप में स्वीकार करने के निर्देश दिए—जिसे विपक्ष द्वारा लोकतंत्र की जीत बताया गया।
- न्यायालय ने भी स्पष्ट किया कि SIR आयोजित करना और समय निर्धारण आयोग के क्षेत्राधिकार में आता है, और वर्तमान SIR “voter-friendly” है।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने Sitamarhi के पुआनूरा धाम में कहा कि “infiltrators” का मताधिकार नहीं होना चाहिए और यह क्रिया अवैध मतदाताओं को निकालने का प्रयास है। उन्होंने विपक्ष पर वोट बैंक राजनीति का आरोप रखा।
जागरूकता और सुधार प्रयास
- विशेष शिविर आयोजित किए गए — 2, 3, 23 एवं 24 नवंबर को — जहां BLO कार्यालयों में मतदाता नाम जोड़ने, सुधारने या हटाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही थी। (फॉर्म-6, 7, 8 उपलब्ध थे)
- SDM और राजनीतिक दलों की बैठक में SIR प्रक्रिया, दावा-आपत्तियों और Booth Level Agents (BLA) की नियुक्ति पर चर्चा हुई। विशेष रूप से बूथ स्तर पर BLA के साथ हर बूथ का समन्वय सुनिश्चित किया गया।
- JDU की एक बैठक में 55 नए बूथ जोड़ने तथा योजनाओं की जानकारी फैलाने के बाद मतदाता सूची में सहभागिता बढ़ाने की रणनीति बनायी गई
पुलिस की सावधानियाँ — आपकी चेकलिस्ट:
- ड्राफ्ट सूची देखिए — आपका नाम है या नहीं?
- गलती हो तो तुरंत फॉर्म 6/7/8 जमा करें।
- नोटिस मिलने पर hearing में जाएँ, आधार/दस्तावेज साथ ले जाएँ।
- गलत निर्णय हो तो District Magistrate या CEO को appeal करें।
SIR के तहत किए जाने वाले कार्य
- नया नाम जोड़ना
- जिन नागरिकों की उम्र 1 जनवरी 2025 को 18 वर्ष या उससे अधिक हो रही है, वे वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वा सकते हैं।
- जानकारी का संशोधन
- नाम, पता, जन्मतिथि या फोटो में त्रुटियों का सुधार
- नाम हटाना
- मृत, स्थानांतरित या डुप्लिकेट नामों को हटाना
- EPIC (Voter ID Card) अपडेट
- पुराना या टूटा हुआ वोटर कार्ड बदलना
SIR में नाम जोड़ने और संशोधन की प्रक्रिया
ऑफलाइन प्रक्रिया
- फॉर्म भरना:
- नया नाम जोड़ने के लिए फॉर्म-6
- नाम हटाने के लिए फॉर्म-7
- जानकारी सुधारने के लिए फॉर्म-8
- दस्तावेज़:
- उम्र का प्रमाण (जन्म प्रमाण पत्र, 10वीं की मार्कशीट, आधार कार्ड)
- पते का प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली बिल, आधार कार्ड)
- हाल का पासपोर्ट साइज फोटो
- जमा करना:
- संबंधित BLO को या नजदीकी निर्वाचन कार्यालय में
ऑनलाइन प्रक्रिया
- वेबसाइट: https://voters.eci.gov.in
- लॉगिन/रजिस्ट्रेशन: मोबाइल नंबर या ईमेल से
- फॉर्म भरना: ऊपर बताए गए फॉर्म ऑनलाइन उपलब्ध हैं
- दस्तावेज़ अपलोड करना
- सबमिट करने के बाद ट्रैकिंग — आवेदन आईडी से
सीतामढ़ी और बिहार के अन्य जिलों में वोटर वेरिफिकेशन ड्राइव (Voter Verification Drive) की महत्वपूर्ण तिथियाँ इस प्रकार हैं –
चरण | विवरण | तिथि (2025) |
---|---|---|
ड्राइव शुरू होने की तिथि | विशेष सारांश पुनरीक्षण (Special Summary Revision – SSR) और वेरिफिकेशन अभियान की शुरुआत | 01 जनवरी 2025 |
नामांकन / संशोधन / विलोपन की अंतिम तिथि | Form-6, Form-7, Form-8 जमा करने की डेडलाइन | 31 मार्च 2025 |
ड्राफ्ट वोटर लिस्ट प्रकाशन | प्रारंभिक/ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी | 05 फरवरी 2025 |
आपत्तियाँ और सुझाव की अंतिम तिथि | ड्राफ्ट लिस्ट पर सुधार/आपत्ति दाख़िल करने का आखिरी दिन | 31 मार्च 2025 |
अंतिम मतदाता सूची प्रकाशन | शुद्ध और अद्यतन मतदाता सूची का प्रकाशन | 15 अप्रैल 2025 |
ECI अंतिम समीक्षा | चुनाव आयोग द्वारा डेटा का सत्यापन और अनुमोदन | अगस्त 2025 |
फाइनल अपडेट कट-ऑफ | चुनाव से पहले का अंतिम अपडेट | सितम्बर 2025 (चुनाव अधिसूचना से पहले) |